प्यार बहुत है तुमसे मुझे..
पर जताना नहीं आता।
कभी कभी रूठ जाता हूं तुमसे..
पर दूर जाना नहीं आता।
तुम्हारी याद बहुत आती है..
मुझे बताना नहीं आता।
तुम्हारी हर एक लफ्ज़ में..
अपने प्यार को महसूस करता हूं।
बिना तुम्हारी यादों के एक पल बिताना नहीं आता..
इसलिए मुझे तुम्हें सताना नहीं आता।
सच कहता हूं तुमसे..
मुझे कोई बात छुपाना नहीं आता।
पास रहो अगर तुम मेरे तो..
मेरे आंखों में देखना।
एक पल की जुदाई मुझे कितना है सताती..
काश यह हवाएं तुम्हें कुछ तो बताती।
अगर मैं दूर रहूं नजरों से तुम्हारे..
पास बुला लेना।
हंसा लेना चाहे रुला लेना।।
कभी मुझसे दूर मत जाना..
मुझे बुलाना नहीं आता।
तुम्हारी बातों पर मैं रो लूं या हंस लू..
दूर जाने के बाद ना करना।
इस जिंदगी में जो तू या हंस लो पर सच यह भी है कि..
तुम्हारे अलावा किसी और के साथ मुझे मुस्कुराना नहीं आता।
सच कहता हूं तुमसे..
मुझे कुछ छुपाना नहीं आता।