समय विभाजन करके उपयोग करें।
मान लीजिए कि आपके पास 2 घंटे का समय है और इतने समय में आपको चार काम करने हैं पढ़ना है नोट्स बनाना है उपन्यास लिखना है और गणित करना है हर एक विषय के लिए अलग समय निर्धारित कीजिए और उस निर्धारित समय के अंदर उसे पूरा कीजिए एक भी काम को मत डालिए ऐसा करने से सभी काम ढंग से और नियमित समय से समाप्त कर सकते हैं।
फिर से सोचिए
* पिछले दिनों में कितना काम अधूरा रह गया।
* आने वाले दिनों या हफ्तों में जो कुछ आप करना चाहते हैं उसकी योजना बनाते हैं क्या?
* एक हफ्ते में पढ़ाई के लिए कितना समय अलग करते हैं?
पढ़ने का तरीका
पढ़ाई के लिए मन लगाकर अभ्यास करना जरूरी है इस रोजी को पढ़ने के लिए समय निर्णय लेना और समय अलग करने की आवश्यकता है। खेलकूद मनोरंजन यात्रा से आने के बाद नहा धोकर ही पढ़ना आरंभ करें कुछ लोगों को पढ़ने की आदत नहीं होती है और बदले में वह क्रिकेट खेलने लगते हैं टीवी देखने लगते हैं इत्यादि में बहुत रुचि दिखाते हैं पढ़ाई में रूकावट या अर्चन आने वाली आदतों पर काबू पाना चाहिए बुरी आदतों को छोड़कर अच्छी आदतें को बढ़ावा दें पढ़ाई के प्रति रुचि धीरे-धीरे विकास करें पढ़ाई करें।
पढ़ाई करने की क्षमता 50% अनुवांशिक है 10% वातावरण और स्वास्थ्य पर निर्भर है और बचा हुआ 40% एक व्यक्ति खुद की मेहनत से विकसित करता है वैज्ञानिकों ने इस बात को प्रमाणित किया है।
जब थकावट महसूस हो
लगातार पढ़ाई करने से या नोट्स लिखते रहने से थकावट महसूस होती है। इस थकावट से बचने के लिए कुछ उपाय नियम लिखित हैं।
* आंखें बंद करके थोड़ी देर लेटे रहिए इससे स्फूर्ति मिलती है।
* हाथ पांव और मुंह को धो लीजिए।
* मनपसंद शरबत या ड्रिंक लीजिए।
* थोड़ी देर इधर-उधर घूमे हाथ पांव झटके गर्दन को दोनों तरफ घूम आए और थोड़ी देर बाद पढ़ाई करें।
* आपने जो पढ़ाई के लिए समय चुना है उसे फिर से जाती है कि वह उपयुक्त समय है या नहीं जरूरत महसूस हो तो समय को बदल डालें और समय अनुकूल होने पर पढ़ाई करें।