मन को जागरूक करने के लिए एक छोटी सी भावनात्मक कहानी
एक गणित के सवाल को हल करने में सब ने हार मान ली काफी देर तक सभी कोशिश करते रहे परंतु जब उसने नहीं बना तो सभी ने उसे छोड़ दिया परंतु एक विद्यार्थी ने हार नहीं मानी वह 72 घंटे तक लगातार कोशिश करता रहा और अंत में उसे उत्तर मिल ही गया उस कठिन प्रश्न के सामने जब सभी बच्चों ने हार मान ली तो एक बच्चे ने अपने कठिन परिश्रम और एकाग्रता के कारण उस पर विजय प्राप्त की और वही पालक आने वाले समय में फ्रांस का राजा बना उसका नाम था नेपोलियन बोनापार्ट। नेपोलियन
नेपोलियन पढ़ने में बहुत होशियार नहीं था वह दूसरे बच्चों के साथ मेलजोल नहीं रखता था वह शर्मीले स्वभाव का था परंतु वह अत्यंत पड़ता था और कड़ी मेहनत करता था उसकी मेहनत ने उसे बहुत बड़ा आदमी बनाया।
अब्राहम लिंकन
अब्राहम लिंकन का जन्म एक बहुत ही गरीब परिवार में हुआ था उनके घर में सिर्फ एक कमरा और उसके एक दरवाजा था उसने दो मुश्किल से एक साथ ही स्कूल की पढ़ाई की वह स्ट्रीट लाइट सड़क की बत्ती के नीचे बैठकर खुद पढ़ाई करता और फिर दिन भर कड़ी मेहनत करता इस तरह गरीबी के बीच उसका पालन-पोषण हुआ कठिन परिस्थितियों के बीच पढ़ने वाला अब्राहम लिंकन आगे चलकर अमेरिका का राष्ट्रपति बना।
अध्ययन एक कला है
अध्ययन करना या पढ़ना एक कला है आज के इस आधुनिक दुनिया में उच्च शिक्षा पाने के सभी साधन और परिस्थितियां उपलब्ध हैं परंतु देखा जाता है कि आज बच्चों को पढ़ने में कोई रुचि नहीं है कई तो फेल हो जाते हैं।
आज के बच्चों को यह सुनना चाहिए
आज के अधिकतर बच्चों को नेपोलियन या अब्राहम लिंकन से अधिक सुविधाएं प्राप्त हो रही हैं परंतु क्या बच्चे उसका उपयोग करते हैं।
कई बच्चे यह नहीं जानते कि कैसे पढ़ना चाहिए और इस कारण कई फेल हो जाते हैं परंतु कैसे पढ़ाई किया जाए इसके बारे में कभी नहीं सोचते।
पढ़ने के बारे में अधिकतर बच्चों के निम्नलिखित शिकायतें हैं।
* थोड़ी देर पढ़ने के बाद थकावट आने लगती हैं।
* पढ़ने के लिए बहुत है पर समय पर्याप्त नहीं है।
* जो पढ़ते हैं उसे समझ नहीं पाते।
* घर में पढ़ाई के दायक वातावरण नहीं है।
* जो पढ़ते हैं उसे शीघ्र भूल जाते हैं।
* पढ़ने के लिए पर्याप्त बुद्धि नहीं है।
अधिकतर विद्यार्थी यही शिकायत करते हैं परंतु अगर कुछ नियमों का क्रम से पालन किया जाए तो वैज्ञानिक विधि से पढ़ा जा सकता है और यह बहुत ही आनंददायक और उत्साहवर्धक हो सकती है साथ ही सफलता पद भी।