एक शाम तेरे शहर में.
 यू आ जाऊं बिन बताए तुझे।।
 जैसे तुम्हारे करीब से गुजर जाता हूं.
 यू पास बुला कर.
 अनजान बन जाऊं।।
 एक शाम तेरे शहर में.
 तेरे लबों की जान बन जाऊं।।
 इस चांदनी रात में.
 हम तन्हा नहीं तुम्हारे यादों के अलावा।।
 यू तुम मेरी बाहों में आ जाओ.
 तुमसे लिपट कर कह दूं।।
 चलो दूर चले इस जंगल से जहां सिर्फ शिकारी रहते हैं.
 एक शाम तेरे शहर में।।
 
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