जब से मेरे यार ने किनारा कर लिया । Ever since my friend left.
जब से मेरे यार ने किनारा कर लिया
शराबियों तेरी शराब ने मुझे सहारा दिया है । ।
मैं उनसे क्या गिला करूं उसका कोई कसूर नहीं ।
मेरी कम नसीबी ने मुझ को बेघर कर दिया है । ।
क्या बताऊं मैं जमाने को दिल टूटने का सबब ।
जमाने से क्या कोई गम दर्द मुझे मिला है । ।
देखिए हमसे है जमाना जमाने से हम नहीं ।
उसने कहा मुझसे यह क्या बोल दिए । ।
वह मुस्कुराती है मेरे बातों को सुनकर ।
घुंघरू छनकाती है मेरे आहट को सुनकर । ।
जिंदगी जीने के लिए कोई दिलरुबा तो चाहिए ।
महबूबा समझकर पैमाने को ऑटो से लगा लिया है ।
- कभी-कभी कुछ ग़ज़लें ऐसी होती हैं जो यादों में इस कदर डूबा देती है कि लगता है कि अब सहारा बस इनका जनों का है और यह शराब के कुछ पैमाने कुछ झूठ का जो हमारे साथ है मौजूद है और जो लोग हमारे साथ नहीं हैं वह हमारा और हमारे जिंदगी में कभी था ही नहीं ऐसा महसूस होता है कुछ गज़ल को सुनकर के महसूस करके धन्यवाद ।